मंगलवार, 13 मई 2014

फेसबुकियाई नियम

 सच में मैं तंग सा गया हूँ, इन फेसबुक के नियम कानूनों से। इतना तो इस देश का कानून भी आपको मज़बूर नहीं करता अपनी मर्जी से न जीने देने के लिये।

 अब भला ये भी कोई  बात है कि आपको फेसबुक  पर किसी के बारे मे लगातार जानना हो तो उसे या उसके पेज को लाइक करो ही करो। अब भले ही मैं उस व्यक्ति के बारे में लगातार अपडेट रहने को उत्सुक हूँ, लेकिन इसका ये मतलब तो कतई नहीं  है कि मैं अमुक को पसन्द भी करता हूँ । अब ये तो फिर वही बात हुई मान ना मान मैं ही पहलवान बाकि दुनिया ख़ाने जाए पान। (हो सकता है ऊपर दी हुई पंक्ति आपको रसपान न कराए लेकिन  इतनी स्वतंत्रता तो लिखते समय ले ही सकता हूँ, वैसे भी आजकल पान बड़ा चर्चा के केंद्र में है।)

 अब अगर फेसबुक पर मैं किसी भी चर्चित व्यक्ति मान लीजिये नरेन्द्र जी ही सही के बारे मे अपडेट रहने की कोशिश करता हूँ तो  इसका मतलब ये तो कभी नहीं हो सकता ना कि मैं नरेन्द्र जी को पसन्द ही करता हूँ। (वैधानिक चेतावनी - यहाँ नरेन्द्र जी के नाम को उदाहरण की तरह लिया गया है ये कोई भी नरेन्द्र जी हो सकते हैं। इनका किसी भी जीवित या मृत व्यक्ति से संबंध पाया जाता है तो इसे मात्र एक संयोग कहा जायेगा।)


 कई बार उन लोगों के बारे मे भी लगातार जानकारी रखना चाहते हैं जिन्हें आप पसंद नहीं करते ताकि यदि उसके विरोध का वक़्त आये तो आप मुखर हो कर वो भी कर सकें।

 विरोध का भी अपना मजा होता है और उसके लिये किसी को नापसंद करने का कोई स्पष्ट पैमाना अभी बना नहीं है ये तो व्यक्ति के हिसाब से बदलता रहता है।

 वाकई ये फेसबुकियाई कानून तो हमें सभी ऐरे गैरों को पसंद करने को मजबूर कर रहा है।